शब्द का अर्थ
|
आवर्तन :
|
पुं० [सं० आ√वृत्+ल्युट-अन] [वि० आवर्तनीय, आवर्तित] १. किसी की ओर या उसके चारों घूमना। २. चक्कर खाना। ३. मंथन। विलोड़न। ४. धातु आदि गलाना। ५. तीसरे पहर का समय जब छाया पश्चिम से पूर्व की ओर मुड़ती है। ६. किसी बात का बार-बार होना।(रिपीटीशन) ७. रोगी के कुछ अच्छे होने पर उसे फिर से वही रोग होना। (रिलैप्स)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आवर्तनीय :
|
वि० [सं० आ√वृत्+णिच्+अनीयर] जिसका आवर्तन होता हो या हो सकता हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |