शब्द का अर्थ
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करखा :
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पुं० [सं० कर्ष] १. उत्तेजना। २. बढ़ाना। ३. लाग-डाँट। ४. आवेश। जोश। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)पुं० १. दे० ‘कालिख’। २. दे० ‘कड़खा’ (युद्धगान)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
करखाना :
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अ० [हिं० कालिख] १. कालिख से युक्त होना। २. काला पड़ना। उदा०—पर्यो अंग अंध-जर्यौ कहँ कोउ करखायौ।—रत्ना०। स० कालिख लगाना या काला करना। पुं०=कारखाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |