शब्द का अर्थ
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दास्य :
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पुं० [सं० दास+व्यञ्] १. दासता। दासत्व। २. भक्ति के नौ भेदों में से एक जिसमें उपासक अपने उपास्य देवता को स्वामी और अपने आपकों उसका दास समझता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
दास्यमान् :
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वि० [सं०√दा (देना)+ल्युट्—शानच्] जो दिया जानेवाला हो। जिसे दूसरे को देना हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |