शब्द का अर्थ
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पेरना :
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स० [सं० पीड़न] १. वनस्पति, बीजों आदि में से उनका तरल अंश (जैसे—तेल, रस आदि) निकालने के लिए उन्हें कोल्हू आदि में डालकर दबाना। दो भारी तथा कड़ी वस्तुओं के बीच में डालकर किसी तीसरी वस्तु से दबाना। २. लाक्षणिक अर्थ में, किसी को बहुत अधिक कष्ट देना। ३. किसी काम में बहुत अधिक देर लगाना। स० [सं० प्रेरण] १. प्रेरित करना। २. भेजना। स० [सं० परिधान] पहनना। (राज०) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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