शब्द का अर्थ
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मध्यग :
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वि० [मध्य√गम् (जाना)+ड] बीच में पड़ने या स्थित होनेवाला पुं० दलाल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मध्यगत :
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भू० कृ० [द्वि० त०] मध्य में आया या लाया हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मध्यगति :
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स्त्री० [मध्य० स०] तटस्थता की वह नीति या स्थिति जिसमें किसी से न तो विशेष मित्रता ही होती है और न लडाई या झगड़ा बखेड़ा ही। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |