शब्द का अर्थ
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अस्तु :
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अव्य० [सं०√अस् (दीप्ति)+तुन्] १. जो हो। चाहे जो हो। २. ऐसा ही सही। खैर। भला। ३. ऐसा ही हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अस्तुति :
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स्त्री० [सं० न० त०] १. स्तुति का भाव या विरोधी भाव। २. अपकीर्ति। निंदा। स्त्री०=स्तुति।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अस्तुरा :
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पुं० दे० ‘उस्तरा’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |