शब्द का अर्थ
|
आग्नीध्र :
|
पुं० [सं० अग्नि√इन्ध्र (दीप्ति)+क्विप्, अग्नीत-शरण० ष० त०+रण्, भ० आदेश] १. यज्ञ की अग्नि जलाने का स्थान। २. यज्ञ की अग्नि प्रज्वलित करना। ३. अग्निहोत्र करनेवाला यजमान। ४. स्वायंभुवमनु के बारह लड़कों में से एक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|