शब्द का अर्थ
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आरोध :
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पुं० [सं० आ√रुध्(रोकना)+घञ्] १. अच्छी तरह से खड़ी की हुई बाधा या रूकावट।२. अवरोध। घेरा। ३. ऐसी आज्ञा या उसके अनुसार होनेवाली रूकावट जिसमें कोई माल कहीं भेजा या कहीं से मँगाया न जा सके। (एम्बार्गो)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आरोधना :
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स० [सं० आ+रुंधन-छेकना] १. बाधा या रुकावट खड़ी करना। २. काँटों की बाढ़ लगाना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |