शब्द का अर्थ
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कवि-समय :
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पुं० [ष० त०] कवियों में परम्परा से चली आई हुई वर्णनसंबंधी कुछ विशिष्ट परिपाटियाँ या मान्यताएँ जिनमें देश, काल आदि के विरुद्ध बातों का वर्णन भी अनुचित या दूषित नहीं माना जाता। जैसे—स्त्री के पदाघात से अशोक के फूलने का वर्णन आदि। (दे० वृक्ष-दोहद) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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