शब्द का अर्थ
|
कांध :
|
पुं० १. =कंधा। २. =कान्ह। (श्रीकृष्ण)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
काँधना :
|
स० [हिं० काँध] १. कंधों पर या अपने ऊपर लेना, रखना, उठाना। उदाहरण—मैं होइ भेंड़ मारू सिर काँधा।—जायसी। २. ठानना। मचाना। उदाहरण—जौ पहिलैं मन मान न काँधिअ। जायसी। ३. अंगीकार या ग्रहण करना। सहन करना। सहना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
काँधर :
|
पुं० [सं० कृष्ण, प्रा० कण्ड] कृष्ण।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
काँधा :
|
पुं० =कान्हा (श्रीकृष्ण)। पुं० =कंधा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
काँधी :
|
स्त्री० [हिं० काँधा] कंधा। मुहावरा—काँधी मारना=(क) घोड़े का अपनी गरदन को इतने जोर से झटका देना कि सवार का आसन हिल जाय। (ख) टाल-मटोल करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |