शब्द का अर्थ
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किन्नर :
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पुं० [सं० किम्-नर, कर्म० स०] [स्त्री० किन्नरी] १. पुराणानुसार देवलोक या स्वर्ग के एक प्रकार के गायक उपदेवता जिनका मुख घोड़े के समान कहा गया है। २. आज-कल गाने-बजाने का पेशा करनेवाली एक जाति। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
किन्नरी :
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स्त्री० [सं० किन्नर+ङीष्] किन्नर जाति की स्त्री। स्त्री० [सं० किन्नरी=वीणा] १. एक प्रकार का छोटा तंबूरा। २. छोटी सारंगी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |