शब्द का अर्थ
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गौरा :
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स्त्री० [सं० गौर+टाप्] १. गोरे रंग की स्त्री। २. पार्वती। गौरी। ३. हल्दी। ४. संगीत में एक प्रकार की रागिनी। |
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समानार्थी शब्द-
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गौरांग :
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पुं० [गौर-अंग, ब० स०] १. विष्णु। २. श्रीकृष्ण। ३. चैतन्य महाप्रभु। वि० [स्त्री० गौरांगी] गोरे अंग या शरीरवाला। जैसे–अमेरिका या यूरोप के निवासी। |
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गौरार्द्रक :
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पुं० [गौर-आर्द्रक, कर्म० स०] अफीम, संखिया, कनेर आदि स्थावर विष। |
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गौरावित :
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वि० [सं० गौरव+इतच्] १. जिसका गौरव हुआ हो। २. जो गौरव से युक्त हो। सम्मानित। |
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गौरास्य :
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पुं० [गौर-आस्य, ब० स०] एक प्रकार का बंदर जिसके शरीर का रंग काला और मुँह गोरे रंग का होता है। |
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गौराहिक :
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पुं० [गौर-अहि, कर्म० स०+कन्] एक प्रकार का साँप। |
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