शब्द का अर्थ
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चँदिया :
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स्त्री० [हिं० चाँद का अल्पा] १.सिर का मध्यभाग। खोपड़ी चाँद। मुहावरा–चँदिया पर बाल तक न छोड़ना=(क) सिर पर जूते, थप्पड़ आदि मार-मारकर सिर गंजा कर देना। (ख) सर्वस्व छीन या लूट-लेना। चँदिया मूड़ना=चँदिया पर बाल तक न छोड़ना। २. वह छोटी रोटी जो सब के अंत में बचे हुए आटे और पलेथन से बनाई जाती है। ३. तालाब के नीचे का गहरा गड्ढा। ४. चाँदी की छोटी टिकिया। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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