शब्द का अर्थ
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पतवार :
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स्त्री० [सं० पत्रबाल, पात्रपाल, प्रा० पात्तवाड़] १. बड़ी नावों और विशेषतः पुराने देशी समुद्री जहाजों का वह तिकोना पिछला अंग या उपकरण जो आधा जल में और आधा जल के बाहर रहता है और जिसके संचालन से नाव का रूख दूसरी ओर घुमाया जाता है। कर्ण। २. ऐसा सहारा या साधन जो कठिन समय में भवसागर से पार उतारे। पुं० [हिं० पत्ता] १. पौधों विशेषतः सरकंड़ों आदि की सूखी पत्तियाँ। २. कूड़ा-करकट। जैसे—खर-पतवार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पतवारी :
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स्त्री० [हिं० पता, पत्ता] ऊख का खेत। स्त्री०=पतवार।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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