शब्द का अर्थ
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परिश्रित् :
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वि० [सं० परि√श्रि+क्विप्] आश्रय देनेवाला। पुं० यज्ञ में काम आनेवाला पत्थर का एक विशिष्ट टुकड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिश्रित् :
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वि० [सं० परि√श्रि+क्विप्] आश्रय देनेवाला। पुं० यज्ञ में काम आनेवाला पत्थर का एक विशिष्ट टुकड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |