शब्द का अर्थ
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पाँचा :
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पुं० [हिं० पाँच] खेत का एक उपकरण जिसमें एक डंडे के साथ छोटी फूलकड़ियां लगी रहती हैं। यह प्रायः कटी हुई फसल या घास-भूसा इकट्ठा करने के काम आता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पाँचा :
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पुं० [हिं० पाँच] खेत का एक उपकरण जिसमें एक डंडे के साथ छोटी फूलकड़ियां लगी रहती हैं। यह प्रायः कटी हुई फसल या घास-भूसा इकट्ठा करने के काम आता है। |
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समानार्थी शब्द-
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पांचार्थिक :
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पुं० [सं० पंचार्थ+ठन्—इक, वृद्धि (बा०)] शैव। |
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समानार्थी शब्द-
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पांचार्थिक :
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पुं० [सं० पंचार्थ+ठन्—इक, वृद्धि (बा०)] शैव। |
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पांचाल :
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वि० [सं० पंचाल+अण्] १. पंचाल देश से संबंध रखनेवाला। पंचाल का। २. पंचाल देश में होनेवाला। पुं० १. पंचाल जाति के लोगों का देश जो भारत के पश्चिमोत्तर खंड में था। २. पंचाल जाति के लोग। ३. प्राचीन भारत में, बढ़इयों, नाइयों, जुलाहों, धोबियों और चमारों के पाँचों वर्गों का समूह। |
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समानार्थी शब्द-
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पांचाल :
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वि० [सं० पंचाल+अण्] १. पंचाल देश से संबंध रखनेवाला। पंचाल का। २. पंचाल देश में होनेवाला। पुं० १. पंचाल जाति के लोगों का देश जो भारत के पश्चिमोत्तर खंड में था। २. पंचाल जाति के लोग। ३. प्राचीन भारत में, बढ़इयों, नाइयों, जुलाहों, धोबियों और चमारों के पाँचों वर्गों का समूह। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पांचाल-मध्यमा :
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स्त्री० [सं०] भारतीय नाट्य कला में, एक प्रकार की प्रवृत्ति या बात-चीत वेश-भूषा आदि का ढंग, प्रकार या रूप जो पांचाल शूरसेन, कश्मीर, वाह्लीक, मद्र आदि जनपदों की रहन-सहन आदि के अनुकरण पर होता था। |
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समानार्थी शब्द-
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पांचाल-मध्यमा :
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स्त्री० [सं०] भारतीय नाट्य कला में, एक प्रकार की प्रवृत्ति या बात-चीत वेश-भूषा आदि का ढंग, प्रकार या रूप जो पांचाल शूरसेन, कश्मीर, वाह्लीक, मद्र आदि जनपदों की रहन-सहन आदि के अनुकरण पर होता था। |
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समानार्थी शब्द-
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पांचालक :
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वि० [सं० पांचाल+कन्] पंचालवासियों के संबंध का। पुं० पंचाल देश का राजा। |
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वि० [सं० पांचाल+कन्] पंचालवासियों के संबंध का। पुं० पंचाल देश का राजा। |
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पांचालिका :
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स्त्री० [सं० पांचाली+कन्+टाप्, ह्रस्व]=पंचालिका। |
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समानार्थी शब्द-
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पांचालिका :
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स्त्री० [सं० पांचाली+कन्+टाप्, ह्रस्व]=पंचालिका। |
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पांचाली :
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स्त्री० [सं० पंचाल+अण्—ङीष्] १. पंचाल देश की स्त्री। २. पाँचों पांडवों की पत्नी द्रोपदी जो पांचाल देश की राजकुमारी थी। ३. साहित्यिक रचनाओं की एक विशिष्ट रीति या शैली जो मुख्यतः माधुर्य, सुकुमारता आदि गुणों से युक्त होती है। इसमें प्रायः छोटे-छोटे समास और कर्ण-मधुर पदावलियाँ होती हैं। किसी किसी के मत से गौड़ी और वैदर्भी वृत्तियों के सम्मिश्रण को भी पांचाली कहते हैं। ४. संगीत में (क) स्वर-साधन की एक प्रणाली; और (ख) इन्द्र ताल के छः भेदों में से एक। ५. छोटी पीपल। |
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पांचाली :
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स्त्री० [सं० पंचाल+अण्—ङीष्] १. पंचाल देश की स्त्री। २. पाँचों पांडवों की पत्नी द्रोपदी जो पांचाल देश की राजकुमारी थी। ३. साहित्यिक रचनाओं की एक विशिष्ट रीति या शैली जो मुख्यतः माधुर्य, सुकुमारता आदि गुणों से युक्त होती है। इसमें प्रायः छोटे-छोटे समास और कर्ण-मधुर पदावलियाँ होती हैं। किसी किसी के मत से गौड़ी और वैदर्भी वृत्तियों के सम्मिश्रण को भी पांचाली कहते हैं। ४. संगीत में (क) स्वर-साधन की एक प्रणाली; और (ख) इन्द्र ताल के छः भेदों में से एक। ५. छोटी पीपल। |
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