शब्द का अर्थ
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पिच्छिका :
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स्त्री० [सं० पिच्छ+कन्—टाप्, इत्व] १. चँवर। चमार। मोरछल। २. ऊन की वह चँवर जो जैन साधु अपने साथ रखते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिच्छिका :
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स्त्री० [सं० पिच्छ+कन्—टाप्, इत्व] १. चँवर। चमार। मोरछल। २. ऊन की वह चँवर जो जैन साधु अपने साथ रखते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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