शब्द का अर्थ
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प्रदर्शन :
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पुं० [सं० प्र√दृश्+णिच्+ल्युट्—अन] [वि० प्रादर्शनिक, भू० कृ० प्रदर्शित] १. लोगों की जानकारी के लिए कोई काम उन्हें दिखालाना। जैसे—बालकों द्वारा व्यायाम प्रदर्शन। २. जनता को अपना असंतोष, दुःख आदि बतलाने तथा उसकी सहानुभूति प्राप्त करने रूप से संबंद्ध अधिकारियों के अन्याय के विरोध में नारे आदि लगाते हुए निकाला जानेवाला जुलूस। (डिमांस्ट्रेन) ३. दे० ‘प्रदर्शनी’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रदर्शनी :
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स्त्री० [सं० प्रदर्शन+ङीप्] ऐसा स्थान जहाँ विशेष रूप में नई तथा चामत्कारिक चीजों का प्रदर्शन किया जाता है। (एक्सहिबिशन) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |