शब्द का अर्थ
|
भण :
|
पुं० [?] ताड़ का वृक्ष। (डिं०) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भणन :
|
पुं० [सं०√भण् (बोलना)+ल्युट-अन] १. कथन। २. वार्तालाप। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भणना :
|
अ० [सं० भणन] कहना। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भणित :
|
भू० कृ० [सं०√भण् (करना)+क्त्] जो कहागया हो। कहाहुआ। स्त्री० कही हुई बात। उक्ति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भणिता :
|
स्त्री० [सं० भणित] कविता में होनेवाला कवि का उपनाम। छाप। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भणिता (तृ) :
|
पुं० [सं०√भण् (कहना)+तृच्] बोलनेवाला। वक्ता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भणिति :
|
स्त्री० [सं०√भण् (कहना)+क्तिन्] १. किसी की कही हुई बात। २. उक्ति० कथन। ३. कहावत। लोकोक्ति। ४. वाणी। उदाहरण—ललित भणिति का किया प्रीतिवश चपल अनुकरण।—पन्त। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |