शब्द का अर्थ
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भारु :
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पुं० [हिं० भारी] धीरे चलने के लिए एक संकेत जिसका व्यवहार कहार करते हैं। वि० [हिं० भार] १. भारी। २. जो बोझ या भार के रूर में हो या जान पड़े। प्रायः असह्य। जैसे—लड़की हमें भारू नहीं पड़ी है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भारुंड :
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पुं० [सं०] १. रामायण के अनुसार एक वन जो पंजाब में सरस्वती नदी के पूर्व में था। २. एक ऋषि। ३. एक पक्षी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |