शब्द का अर्थ
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भीनना :
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अ० [हिं० भींगना] १. किसी चीज के छोटे-छोटे अंशों या कणों का किसी दूसरी चीज के सभी भीतरी भागों में पहुँचकर अच्छी तरह एक-रस और सम्मिलित होना। जैसे—कपड़े में रंग भींनगा। २. लाक्षणिक रूप में किसी तत्त्व का किसी के अन्दर पहुँचकर अच्छी तरह व्याप्त तथा सम्मिलित होना। जैसे—मन में किसी का अनुराग या हवा में कोई सुगंध भीनना। ३. चारों ओर से अच्छादित होना। ४. अटकना। फँसना। उदाहरण—मीन ज्यों बंसी भीने।—सूर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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