शब्द का अर्थ
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भेंट :
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स्त्री० [हिं० भेंटना] १. परिचितों में प्रायः कुछ समय के उपरान्त होनेवाला मिलन। मुलाकात। जैसे—आज तो कऊ महीनों पर आपसे भेंट हुई है। २. पत्रों आदि में प्रकाशित करने के लिए किसी बड़े आदमी से मिलकर उसके विचार जानने का काम। ३. वह वस्तु जो बड़ों को आदर तथा नम्रतापूर्वक उपहार या सौगात के रूप में दी जाय। जैसे—सभी ने इन्हें बहुत सी पुस्तकें भेंट की थीं। विशेष—‘उपहार’ और ‘भेंट’ में अतर यह है कि उपहार तो प्रसन्नता, शुभाशंसा और सद्भाव सूचित करने के लिए दिया जाता है, पर ‘भेंट’ में दर और पूजनीयता का भाव प्रधान होता है। क्रि० प्र०—चढ़ना।—चढ़ाना। ६. चंडिका देवी की स्तुति के रूप में गाये जानेवाले एक प्रकार के भजन। (पंजाब) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भेंटना :
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स० [सं० भिद्=आमने-सामने आकर भिड़ना] १. मुलाकात करना। मिलना। २. गले लगकर आलिंगन करते हुए मिलना। ३. किसी को कोई चीज भेट रूप में देना। (पश्चिम) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भेंटाना :
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अ०=भेंटना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |