शब्द का अर्थ
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भौंरा :
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पुं० [सं० भ्रमर; पा० भमर; प्रा० भंवर] [स्त्री० भँवरी] १. काले रंग का उड़नेवाला एक पतंगा जो फूलों पर मँडराता और उसका रस चूसता है। इसके छः पैर, दो पर और दो मूँछें होती हैं। २. बड़ी मधुमक्खी। सारंग। डंगर। ३. बर्रे। भिड़। ४. ज्वार आदि की फसल को हानि पहुँचानेवाला एक प्रकार का कीड़ा। ५. लट्टू के आकार का एक प्रकार का खिलौना जिसमें कील या छोटी डडी लगी रहती है। इसी कील में रस्सी लपेटकर लड़के इसे जमीन पर नचाते हैं। ६. हिंडोले की वह लड़की जो मयारीमें लगी रहती है और जिसमें डोरी डंडी बंधी रहती है। ७. गाड़ी के पहिये का वह भाग जिसके बीच के छेद में घुरे का गज रहता है और जिसमें आरा लगाकर पहिये की पट्टियाँ जड़ी जाती हैं। नाभि। लट्ठा। मूँडी। ८. रहट की खड़ी चरखी जो भँवरी को चिराती है। चकरी। (बुंदेल) 9. पशुओं का एक रोग जिसे ‘चेचक’ भी कहते है। (बुंदेल०) १॰. पशुओं को आनेवाली मिरगी। ११. गड़ेरिये की भेड़ों की रखवाली करनेवाला कुत्ता। १२. तहखाना। १३. अनाज रखने का खत्ता। खात। १४. रहस्य सम्प्रदाय में, मन। पुं०=भाँवर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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भौंराना :
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स० [सं० भ्रमण] १. परिक्रमा कराना। घुमाना। २. चक्कर या फेरा देना। ३. विवाह के समय भाँवर की क्रिया सम्पन्न कराना। ४. विवाह कराना। अ०=भौरना (घूमना या चक्कर खाना)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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भौंराला :
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वि० [हिं० भौंरा] [स्त्री० भौराली] भौंरे की तरह काले रंग का। वि० [हिं० भँवर] छल्लेदार। घुँघराला। (बाल) (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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भौंराही :
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स्त्री० [हिं० भौंराना+आही (प्रत्य०)] १. भौंरे के मँडराने की क्रिया या भाव। २. वह शब्द जो भौंरा मँडराते समय करता है। |
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