शब्द का अर्थ
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वनिता :
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स्त्री० [सं० वनित+टाप्] १. अनुरक्त स्त्री। प्रिया। प्रियतमा। २. औरत। स्त्री। ३. छः वर्णों की एक वृत्ति जिसे ‘तिलका’ और ‘डिल्ला’ भी कहते हैं। इसमें दो सगण होते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वनिता-मुख :
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पुं० [सं० ब० स०] मार्कण्डेय पुराण के अनुसार मनुष्यों की एक जाति। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |