शब्द का अर्थ
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व्यंजना :
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स्त्री० [सं० व्यंजन+टाप्] १. प्रकट करने की क्रिया भाव या शक्ति। २. शब्द की तीन प्रकार की शक्तियों या वृत्तियों में से एक जिससे शब्द या शब्द-समूह के वाच्यार्थ अथवा लक्ष्यार्थ से भिन्न किसी और ही अर्थ का बोध होता है। शब्द की वह शक्ति जिसके द्वारा साधारण अर्थ को छोड़कर कोई विशेष अर्थ प्रकट होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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