शब्द का अर्थ
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शारंग :
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पुं०=सारंग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
शारंग-धनुष :
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पुं० [सं० ब० स०] १. सारंग नामक धनुष से सुशोभित अर्थात् विष्णु। २. श्रीकृष्ण। |
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शारंग-पानी :
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पुं०=शारंगपाणि। |
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शारंग-भृत् :
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पुं० [सं० शारंग√भृ (रखना)+क्विप्-तुक्] १. सारंग धनुष को धारण करने वाले विष्णु। २. श्रीकृष्ण। |
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शारंगक :
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पुं० [सं० शारंग+कन्] एक प्रकार का पक्षी। |
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शारंगपाणि :
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पुं० [सं० ब० स०] १. हाथ में सारंग नामक धनुष धारण करनेवाले विष्णु। २. श्रीकृष्ण। ३. रामचन्द्र। |
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शारंगवत :
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पुं० [सं० शारंग+मतुप-म=व] कुरु वर्ष नामक देश। |
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शारंगष्टा :
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स्त्री० [सं० शारंग, स्था (ठहरना)+क-टाप्] १. काक जंघा। २. मकोय। ३. गुंजा। घुँघची। |
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शारंगी :
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स्त्री० [सं० शारंग-ङीष्] सारंगी नामक बाजा। |
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